Bombardment of Spiritual content on Web media
इंटरनेट
के आगमन से मीडिया में प्रकाशन एवं प्रसारण की प्रक्रिया को जैसे पंख लग गए हैं।
नित नूतन सामग्री वेब माध्यम के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर अपलोड हो रही है, जो स्वयं
में अभूतपूर्व है। सूचना का अंबार यहाँ इतना अधिक है कि एल्फिन टॉवलर
का इंफोर्मेशन ऑवरलोड़ का तथ्य यहाँ सूचना विस्फोट का रुप ले चुका है,
जिसके चलते हर मिनट जो सूचनाएं एवं सामग्री वेबमाध्यम पर उपलब्ध हो रही हैं, इनकी
अपनी खूबियाँ भी हैं और खामियाँ भी।
अध्यात्म
विषयक सामग्री पर भी यह तथ्य लागू होता है। हर मिनट यू-ट्यूब से लेकर फेसबुक,
इंस्टाग्राम एवं विभिन्न सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर अपलोड़ हो रही आध्यात्मिक
सामग्री बेशुमार है। यह कंटेट किस रुप में उपलब्ध है। इसकी क्या खूबियाँ हैं, क्या
कमियाँ हैं, इससे जुड़ी क्या चुनौतियाँ हैं व क्या संभावनाएं हैं। इन सब प्रश्नों
पर विचार यहाँ किया गया है। इसके साथ ही आध्यात्मिक पत्रकारिता की उभरती विधा के
वेबमाध्यम में उभरते स्वरुप के साथ न्याय हो, इससे जुडे सुझाव भी प्रस्तुत किए गए
हैं।
आध्यात्मिक कंटेंट कितना
लोकप्रिय, इसकी बानगी शेयर हो रहे कंटेट पर पाठकों के लाइक्स,
कमेंट्स, फोलोइंग व शेयर आदि के आधार पर भी समझी जा सकती है।
वेब
माध्यम में आध्यात्मिक कंटेट को लेकर टाइम्स ऑफ इंडिया समूह का स्पीकिंग ट्री नेटवर्क[v]
उल्लेखनीय है। भारत ही नहीं संभवतः विश्व में अध्यात्म का यह सबसे बड़ा नेटवर्क
है, जिसमें संपादकीय, स्लाइडशेयर व वीडियोज से लेकर मास्टर व सीकर्ज
के नाम पर आध्यात्मिक ब्लॉग्ज बने हैं। कुल 141 मास्टर
के नाम पर टॉप ब्लॉगर्ज के नाम व फोलोअर्ज कुछ इस प्रकार से हैं।[vi]
श्रीश्री रविशंकर(89714), सद्गुरु जग्गी वसु(57712), ओशो(44164),
ब्रह्माकुमारी(35812), दीपक चोपड़ा(33428),
स्वामी सुखबोधानन्द(23399). मीणा ओम(19034), आशुतोष
महाराज(17296), मौलाना वहिदुदीन खान(16794), जया
रो(13846), थिच
नात हान(12987), अवधूत बावा शिवानन्दजी(11977),
श्रीमाता अमृतानन्दमयी देवी(11272), संत रजिंदरसिंह जी
महाराज(10618), एन्ड्रयू कोहेन(10551).
श्रीश्री अनन्तमूर्तिजी(9962), स्वामी क्रियानन्द(9486), दादा
वासवानी(8501), योगी अश्विनी(8492), श्री
सुधांशुजी महाराजश्(7425), स्वामी चिदानन्द सरस्वती(7353),
स्वामी निखिलानन्द सरस्वती(7223), स्वामी तेजोमयानन्द(7063),
साध्वी सरस्वती(6940), बाबा हरदेवजी सिंहजी महाराज(6646),
स्वामी वेदभारती(6387), स्वामी भूमानन्द तीर्थ(5729),
कारमापा(5321), योगीराज सद्गुरुनाथ सिद्धानाथ(5307),
प्रो.पंकज जैन(3952), गुरु रामदास(3858),
शान्तात्मानन्दजी महाराज(), ग्यालवांग ड्रुपाका(3224), मेरी
मेकब्राइड(3598), बहाई संप्रदाय(3575), सूफी
शेख कबीर हेल्मिंस्की(3559), थोमस एस्ले(3410), डॉ.
असगर अली इंजीनियर(2886), भिखू
संघसेना(1597), बाबा इक्बाल सिंहजी(1393), हाजी
सल्मान चिस्ती (1262), थॉम्स कैंपवेल(770) आदि।
जिसमें लगभग हर धर्म की आध्यात्मिक परम्परा के ज्ञानीजन उपलब्ध हैं। इसी तरह इस
नेटवर्क पर सीकर्जके नाम पर लगभग 13 लाख व्यक्ति जुड़े हुए हैं[vii]।
इसके
बाद अलेक्सा रेंकिंग के आधार पर भारत की टॉप आध्यात्मिक वेबसाइट्स में आती
हैं[viii]
- आर्ट ऑफ लिविंग, ओशो, स्पीर्चुअल इंडिया, ब्रह्माकुमारी, जगद्गुरु शंकराचार्य
श्रृंगेरी, स्वामी नारायण, मुरारी बापू, स्वामी विवेकानन्द। अध्यात्म विषय पर भारत
में कुछ अन्य टॉप ब्लॉग हैं, शेडो डांसिंग विद माइन्ड, सर्च फॉर द सोउल,
पेटल्ज, द माइंडफुल वर्ड, ऑफवीट स्पीर्चुअल्टी, फिलिप्सकोम, प्रोफेट666,
कामाख्या भक्त, इंडियन टेम्पल्ज एंड आकोनोग्राफी, रोड टू डिविनिटी, श्रुत
सुज्ञा, प्रतिबिंब प्रकाश, अर्बन योगी[ix]
एवं इंडिया स्पीर्चुअल्टी[x]।
यू-ट्यूब पर आध्यात्मिक सामग्री का विस्फोट -
स्प्रिचुअलिटी पर
अपलोड़ हो रहे वीडियोज में हर घंटे 228 वीडियोज अपलोड़ हो रहे हैं। दिन का औसत
4150 है, सप्ताह का 33,100 है, माह का 693,000 है, तो साल का औसत 10,600,000 है।[xvii]
इस आधार
पर वेब माध्यम में अध्यात्मपरक सामग्री के विस्फोट की झलक देखी जा सकती है।
फेसबुक ग्रुप्स -
सोशल
मीडिया के सबसे बड़े नेटवर्क फेसबुक पर भी अध्यात्मपरक सामग्री की भरमार है।
फेसबुक पर अध्यात्म को लेकर बनें एकाउंट्स एवं ग्रुप इस तरह से हैं–ह्यूमन
स्पिर्चुअलिटी, स्पिर्चुअल अवेयरनेस कृष्णा, स्पिर्चुअल इंटेलिजेंस, स्पिर्चुअल
लाइफ आदि।
इसी तरह कुछ आध्यात्मिक समूह इस तरह से हैं - स्पिर्चुअल
स्टडी सर्कल डीएसएसवी, एडब्लयूजीपी साइंटिफिक स्पिर्चुअलिटी, स्पिर्चुअल अवेकनिंग
ग्रुप, स्पिर्चुअल, स्पिर्चुअल साइंस रिसर्च फाउंडेशन, साइंस ऑफ स्पिर्चुअलिटी,
स्पिर्चुअलिटी साइंस एंड मेटाफिजिक्स, स्पिर्चुअल हीलिंग आदि।
ऐसे ही ट्विटर पर आध्यात्मिक खातों की संख्या बढ़ी चढ़ी है, जिनमें फोलोअर्ज की संख्या को देखकर इनकी लोकप्रियता
को समझा जा सकता है। ट्विटर पर आध्यात्मिक विचारों को लेकर एकाहर्ट
टोले, रामदास, थी ना हान, वेदान्त न्यूयोर्क, श्रीरामकृष्ण, रामतीर्थ,
श्रीआनन्दमयी मां, आदि शंकराचार्य, स्वामी विवेकानन्द, श्री अरविंद, परमहंस
योगानंद, दीपक चोपड़ा, पाउलो कोहलो, दलाई लामा जैसे आध्यात्मिक गुरुओं के
अकांटस हैं। साथ ही इनर जर्नी, रूमी, ताओ एसेंशियल, विजडम, स्पिर्चुअल
ट्रूथ्स, सोउल सीड्ज, पीस पीस पीस, एसएसआरएफ स्पिर्चुअलिटी, इंसपायरेशनल क्वोट्स आदि
नाम के अकाउंटस हैं, जिनमें खोजी साधक सार संक्षेप में अध्यात्म की प्रेरक
एवं प्रशांतक डोज ले सकते हैं।
इंस्टाग्राम में
अध्यात्मपरक अकाउंट्स की भरमार है, जिनसे जुड़कर आप सहज रुप में नित्यप्रति
आशावादी, सकारात्मक एवं प्रेरक संदेश पा सकते हैं। इनमें से कुछ उल्लेखनीय हैं - स्पिर्चुअल
थोट्स(प्रेम,सद्भाव-पाजिटिव थोट्स), स्पिर्चुअल वर्ड(सकारात्मक कोट्स),
स्पिर्चुअल ताशामामा, स्पिर्चुअल इंसपायरेशन(गोड से-आशापूर्ण
विचार), स्पिर्चुअल मेडनेस, स्पिर्चुअल न्यूज(लॉ ऑफ एटरेक्शन), स्पिर्चुअल
डायरी(स्वामी योगानन्द शिक्षा), स्पिर्चुअल मूवमेंट(लव, अवेयरनेस),
इन्नर ब्लिस, स्पिर्चुअल अवेकनिंग, स्पिर्चुअल मूड, माई स्पिर्चुअल पाथ,
स्पिर्चुअल अवेकन सॉउल, स्पिर्चुअल अवेक(हायर कांसियस वननेस), स्पिर्चुअल
सेइंग, शांतिकुंज हरिद्वार(अखिल विश्व गायत्री परिवार), सिम्पली फ्री, वाइब
सोर्स, स्पिर्चुअल साइंस, अवेक स्पिर्चुअल, पावर ऑफ पाजिटिविटी, द पाजिटीव डायरीज,
स्वामी विवेकानन्द, मेडिटेशन आदि। इन्हीं खोज के बीच आपको स्पिर्चुअल
डेमन, स्पिर्चुअल वेरियर, स्पिर्चुअल गेंग्सटर, स्पिर्चुअल वुमेन जैसे
अकाउंट्स भी मिलेंगे, जिनका अध्यात्म से कोई लेना देना नहीं।
कहने की
जरुरत नहीं है कि ब्हाट्स अप मैसेजके रुप
में आध्यात्मिक संदेशों की बाढ़ रहती है, जो रोज सुबह गुड मोर्निंग मेसेज के साथ
मोबाईल युजर्ज का स्वागत करते हैं, जिसके सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों
पक्ष अपनी जगह हैं।
हर आध्यात्मिक संस्थानों के
अपने आध्यात्मिक वेब पोर्टल हैं, जहाँ से इनसे जुड़ी आधिकारिक
जानकारी व मार्गदर्शन लिया जा सकता है। कुछ उल्लेखनीय उदाहरण हैं – राममकृष्ण
मिशन, श्रीअरविंद आश्रम, महर्षि रमण, स्वामी रामतीर्थ मिशन, अखिल विश्व गायत्री
परिवार, गीताप्रेस गोरखपुर, ब्रह्माकुमारी समाज, चिन्मय मिशन, सद्गुरु फाउंडेशन,
डिवाइन लाइफ सोसायटी, योगोदा सोसाइटी, मानव सेवा संघ, आदि। इसी तरह विभिन्न धर्मों
से जुड़ी आध्यात्मिक वेबसाईट्स को आसानी से खोजा जा सकता है।
वेब आधारित आध्यात्मिक कंटेट की विशेषताएं–
1.
सहज उपलब्धता –इंटरनेट में उपरोक्त वर्णित वेब
प्लेटफॉर्म पर आध्यात्मिक सामग्री सहज रुप में उपलब्ध रहती है। व्यक्ति अपनी
आध्यात्मिक जिज्ञासा एवं आवश्यकता के अनुरुप उपयुक्त वेब प्लेटफॉर्म से जुड़कर
मनबांछित सामग्री हासिल कर सकता है।
2. इंटरएक्टिव–कई
माध्यमों में आध्यात्मिक सामग्री को देखने, पढ़ने व सुनने के बाद मन में उठ रही
जिज्ञासाओं एवं प्रश्नों के समुचित उत्तर भी पा सकता है। हालाँकि इंटरनेट पर बढ़ती
भीड़ के चलते सबके उत्तर तो नहीं मिल पाते, लेकिन प्रिंट एवं इलैक्ट्रॉनिक माध्यम
की तुलना में वेबमाध्यम अधिक इंटरएक्टिव रहता है।
3. विकल्प ही विकल्प– यदि
किसी एक प्लेटफॉर्म पर समाधान नहीं मिल रहा हो, तो दूसरा उपलब्ध रहता है, इसके बाद
तीसरा, चौथा और इस तरह विकल्प ही विकल्प यहाँ उपलब्ध हैं। अपने स्वभाव, रुचि एवं
प्रश्नों के अनुरुप उपयुक्त प्लेटफॉर्म का चयन किया जा सकता है।
4. भौगोलिक दुर्गमताओं केपार– यदि
इंटरनेट युक्त मोबाईल सेवा साथ में हो तो कहीँ भी किसी भी कौने में, यहाँ तक कि
बीहड़ वन एवं गुफा में भी आध्यात्मिक सतसंग का लाभ लिया जा सकता है और अपनी
आध्यात्मिक जिज्ञासाओं का समाधान पाया जा सकता है।
वेब आध्यात्मिक कंटेट के संदर्भ में चुनौतियाँ–
1. क्वालिटी कंटेट के संदर्भ
में - अत्यधिक आध्यात्मिक सूचना के चलते नौसिखिया उपभोक्ता के
लिए क्वालिटी कंटेट की खोज सरल नहीं है। इसकी दुर्गमता को देख वह हतोत्साहित हो
सकता है।
2. फर्जी सामग्री के संदर्भ
में - वेब माध्यम में फेक न्यूज के संकट के चलते
अध्यात्म के क्षेत्र में भी फर्जीपन की कमी नहीं है। मायावी बाबाओं की दुकानें
यहाँ भी सजी हैं, जिनके जंजाल से पार पाना शुरु में एक चुनौती रहती है।
3. मीडिया निरक्षरता की चुनौती - वेब
माध्याम में आध्यात्मिक सामग्री का चयन सभी के लिए संभव नहीं, विशेषकर अनपढ़ एवं
निरक्षर के लिए। सोशल मीडिया निरक्षर व्यक्ति पर यह विशेष रुप से लागू होता है, वह
चाहे कितना ही पढ़ा-लिखा क्यों न हो।
4. प्रत्यक्ष मार्गदर्शन का
विकल्प नहीं - वेब माध्यम पर उपलब्ध आध्यात्मिक सामग्री आंशिक समाधान
ही दे सकती है। आभासी जगत में उपलब्ध मार्गदर्शन प्रत्यक्ष मार्गदर्शन का विकल्प
नहीं हो सकता। गुरु-शिष्य के प्रत्यक्ष संवाद का स्थान यह नहीं ले सकता।
संभावनाएं –
1. वेहतरीन
आध्यात्मिक सामग्री सच्ची जिज्ञासा के गहन समाधान में सक्षम है, जो जीवन में
सकारात्मकता एवं आशा का संचार कर सकती है।
2. नैतिक
अवमूल्यन एवं वैचारिक प्रदूषण के नकारात्मक दौर में यह सकारात्मक ऊर्जा के संचार
का माध्यम बन सकती है।
3. पाठकों,
दर्शकों एवं उपभोक्ताओं की आध्यात्मिक कंटेट की आवश्यकता एवं माँग को देखते हुए
व्यवसायिक दृष्टि से यह एक लाभप्रद प्रयोग है।
4. अपने
सात्विक, सकारात्मक एवं सृजनात्मक स्वरुप के कारण आध्यात्मिक पत्रकारिता सकारात्मक
परिवर्तन की संवाहक बन सकती है।
भविष्य -
इस तरह
वेब माध्यम में आध्यात्मिक पत्रकारिता एक उभरती विधा के रुप में मौजूद है और यह
क्षेत्र तमाम संभावनाओं से भरा है। चुनौती कंटेट की क्वालिटी को लेकर अवश्य है,
साथ ही कंटेट की भरमार एवं बहुतायत के चलते फेक तथ्यों का यहाँ भी बोलवाला
है, जिनकी छंटनी का तंत्र विकसित करना जरुरी है, जिससे कि क्वालिटी कंटेट
उपभोक्ताओं के लिए सहज रुप में उपलब्ध हो सके। फिर हर मीडिया हाऊस के लिए
आध्यात्मिक पत्रकारिता को एक बीट के रुप में स्वीकार करना समय की माँग है, जिससे
कि इस उभरती विधा में भी विशेषज्ञ स्तर के पत्रकार तैयार किए जा सकें। इस आधार पर
वर्तमान मूल्य संकट के दौर में प्रभावी समाधान के रुप में आध्यात्मिक पत्रकारिता
की भूमिका को सुनिश्चित किया जा सकता है।
[i]https://www.google.co.in/search?q=अध्यात्म, searched on
10/12/2017
[ii]https://www.google.co.in/search?q=spiritual,searched on 10/12/2017
[iii]https://www.google.co.in/search?q=आध्यात्मिक,searched on 10/12/2017
[iv]
https://www.google.co.in/search? q=spirituality, searched on 10/12/2017
[v]https://www.speakingtree.in
[vi]https://www.speakingtree.in/mastersretrieved on 17.12.2017
[vii]https://www.speakingtree.in/seekers retrieved on 17.12.2017
[viii]http://www.bestwebsiteinindia.com/categories/spiritual-websites.html, retrieved on 17.12.2017
[ix]http://www.baggout.com/blog/2015/06/16/top-13-spirituality-and-religion-blogs-in-india/ retrieved on 17.12.2017
[x]https://indiaspirituality.blogspot.in/ retrieved on 17.12.2017
[xi]https://www.youtube.com/results?search_query=अध्यात्म, searched on 15/01/2018
[xii]https://www.youtube.com/results?search_query=आध्यात्मिक,
searched on 15/01/2018
[xiii]https://www.youtube.com/results?search_query=spirituality, searched on 10/12/2017
[xiv]https://www.youtube.com/results?search_query=spiritual, searched on 10/12/2017
[xv]https://www.youtube.com/results?search_query=spiritual+documentary, searched on 10/12/2017
[xvi]https://www.youtube.com/results?search_query=spiritual+movies, searched on 10/12/2017
[xvii]https://www.youtube.com/results?search_query=spirituality&sp=EgIIBQ%253D%253D, searched on 20/01/2018
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